CG Vyapam Laboratory Attendant (HCIV25) General Science Answer 2025

CG Vyapam Laboratory Attendant (HCIV25) सामान्य विज्ञान प्रश्नपत्र उत्तर 2025 उम्मीदवारों के लिए अपने उत्तरों की जांच करने का आधिकारिक साधन है। इसमें सभी प्रश्नों के सही उत्तर दिए गए हैं, जिससे परीक्षार्थी अपने सही और गलत उत्तरों की तुलना कर सकते हैं। इससे उन्हें अपने संभावित अंक और प्रदर्शन का आकलन करने में मदद मिलती है। उत्तर कुंजी से उम्मीदवार यह भी समझ पाते हैं कि किस प्रकार के प्रश्नों पर अधिक ध्यान देना चाहिए। परीक्षा के बाद उत्तर कुंजी जारी करना पारदर्शिता सुनिश्चित करता है और यदि कोई आपत्ति हो तो उम्मीदवार निर्धारित समय सीमा में आपत्ति दर्ज करा सकते हैं।

Laboratory Attendant (HCIV25) General Science Answer Q no 1-20

सही उत्तर है: C. आर्थ्रोपोडा (Arthropoda)

व्याख्या:

  • Book gills और Tracheal system श्वसन तंत्र आर्थ्रोपोडा संघ में पाए जाते हैं।
  • Book gills मुख्य रूप से समुद्री आर्थ्रोपोड जैसे कि Horseshoe crab में पाए जाते हैं।
  • Tracheal system कीटों (Insects), मकड़ियों (Spiders) और अन्य स्थलीय आर्थ्रोपोड में पाया जाता है, जिसमें वायु सीधे ऊतकों तक पहुँचती है।

सही उत्तर है: D. [As] गलत है परंतु [R] सत्य है।

व्याख्या:

  • Assertion (As): “Keystone species” को हटाने से पारिस्थितिकी तंत्र में गंभीर अव्यवस्था नहीं होती — यह कथन गलत है, क्योंकि keystone species पारिस्थितिकी तंत्र के संतुलन को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। इन्हें हटाने से समुदाय की संरचना और कार्यप्रणाली में बड़ा बदलाव आता है।
  • Reason (R): “Keystone species” की संख्या वास्तव में कम होती है — यह कथन सही है, क्योंकि इनकी जनसंख्या कम होने के बावजूद इनका प्रभाव असमान रूप से अधिक होता है।

सही उत्तर है: B. III और IV

व्याख्या:

  • Leptotene → क्रोमोसोम पतले और लंबे दिखाई देते हैं तथा नाभिक झिल्ली से जुड़े होते हैं। (दिया गया कथन सही है, लेकिन विकल्प में नहीं लिया गया है)
  • Zygotene → इस चरण में सिनैप्सिस (synapsis formation) शुरू होती है, न कि जीन क्रॉसिंग ओवर।
  • Pachytene → इस चरण में जीन क्रॉसिंग ओवर (gene crossing over) होती है, न कि केवल सिनैप्सिस।
  • Diplotene → इस चरण में कायज़्माटा (Chiasmata) का निर्माण होता है।

इसलिए सही संयोजन:

  • (III) Pachytene → Synapsis formation (गलत है, सही होगा gene crossing over)
  • (IV) Diplotene → Chiasmata formation (सही)

विकल्प III और IV ही सही मेल खाते हैं।

सही उत्तर है: C. a-IV, b-I, c-II, d-III

व्याख्या:

  • MSH (Melanocyte Stimulating Hormone) → त्वचा के रंगद्रव्य (melanin) को प्रभावित करता है → Stimulates cutaneous pigmentationIV
  • PRL (Prolactin) → दुग्ध उत्पादन को उत्तेजित करता है → Stimulates milk productionI
  • ICSH (Interstitial Cell Stimulating Hormone) → वृषण में टेस्टोस्टेरोन का स्रवण कराता है → Secretion of TestosteroneII
  • LH (Luteinizing Hormone) → अंडोत्सर्जन (ovulation) को उत्तेजित करता है → Triggers ovulationIII

सही उत्तर है: C. b → d → e → c → a

व्याख्या (DNA Fingerprinting के क्रम):

  1. b) DNA का निष्कर्षण (Extraction of DNA):
    सबसे पहले नमूने (जैसे रक्त, लार, बाल) से DNA को अलग किया जाता है।
  2. d) DNA का RE (Restriction Enzymes) द्वारा कटाव:
    अलग किए गए DNA को विशिष्ट स्थानों पर काटने के लिए रिस्ट्रिक्शन एंज़ाइम्स का प्रयोग किया जाता है, जिससे छोटे-छोटे टुकड़े बनते हैं।
  3. e) जेल इलेक्ट्रोफोरेसिस (Gel Electrophoresis):
    DNA के टुकड़ों को उनके आकार के आधार पर अलग किया जाता है। छोटे टुकड़े तेजी से और दूर तक चलते हैं, जबकि बड़े टुकड़े धीमे चलते हैं।
  4. c) सदर्न ब्लॉटिंग (Southern Blotting):
    अलग किए गए DNA टुकड़ों को जेल से नायलॉन झिल्ली पर स्थानांतरित किया जाता है ताकि वे आगे की जाँच के लिए उपलब्ध हों।
  5. a) ऑटोरैडियोग्राफी (Autoradiography):
    झिल्ली को रेडियोधर्मी DNA प्रोब से उपचारित किया जाता है, जो DNA के विशिष्ट अनुक्रमों (VNTRs) से जुड़ता है। फिर X-ray फिल्म पर पैटर्न देखा जाता है, जो व्यक्ति का DNA फिंगरप्रिंट होता है।

सही उत्तर है: B. Ficus species

व्याख्या:

  • Hypanthodium पुष्पक्रम में फूल एक खोखले, मांसल और गोलाकार संरचना के अंदर पाए जाते हैं, जिसका एक छोटा छिद्र (ostiole) होता है।
  • यह संरचना Ficus वंश (जैसे बरगद, पीपल, गूलर) में पाई जाती है।
  • इसमें नर और मादा फूल अंदर की दीवारों पर स्थित होते हैं और परागण अक्सर विशेष प्रकार की ततैया द्वारा होता है।

सही उत्तर है: D. Acetyl CoA

व्याख्या:

  • Glycolysis में ग्लूकोज़ के टूटने से pyruvate बनता है।
  • यह pyruvate माइटोकॉन्ड्रिया में प्रवेश कर pyruvate dehydrogenase complex की क्रिया से Acetyl CoA में परिवर्तित होता है।
  • यही Acetyl CoA क्रेब्स चक्र (Krebs cycle) में प्रवेश करता है और ऊर्जा उत्पादन की प्रक्रिया को आगे बढ़ाता है।
  • इस तरह Acetyl CoA ही Glycolysis और Krebs cycle के बीच की कड़ी है।

सही उत्तर है: D. I and II

व्याख्या:

  1. (I) सही – Bacillus thuringiensis एक मिट्टी में पाया जाने वाला जीवाणु है जो cry-protein बनाता है। यह प्रोटीन कीटों के लिए घातक होता है और Bt-कॉटन जैसे फसलों में प्रयोग होता है।
  2. (II) सही – cry जीन को जेनेटिक इंजीनियरिंग द्वारा कई फसलों में स्थानांतरित किया जा सकता है, जिससे फसलें कीट-प्रतिरोधी हो जाती हैं।
  3. (III) गलत – cry-protein का टमाटर के लंबे समय तक ताज़ा रहने से कोई संबंध नहीं है। यह केवल कीटों के खिलाफ सुरक्षा देता है।

सही उत्तर है: A. PEP is CO₂ Acceptor

व्याख्या:

  • C₄ प्रकाश संश्लेषण पथ में फॉस्फोएनॉल पायरूवेट (PEP), CO₂ को स्वीकार करता है और ऑक्सालोएसेटिक अम्ल (OAA) का निर्माण करता है।
  • इस पथ में दो प्रकार की कोशिकाएँ (Mesophyll और Bundle sheath cells) और दो प्रकार के क्लोरोप्लास्ट भाग लेते हैं — इसलिए विकल्प B और D गलत हैं।
  • पहले CO₂ स्थिरीकरण का उत्पाद OAA होता है, न कि 3-PGA — इसलिए विकल्प C गलत है।

सही उत्तर है: B. c → e → a → d → b

व्याख्या (ETS – Electron Transport System का क्रम):

  1. NADH-Dehydrogenase (c) – NADH से इलेक्ट्रॉनों को स्वीकार करता है और उन्हें आगे पास करता है।
  2. Succinate Dehydrogenase (e) – FADH₂ से इलेक्ट्रॉनों को स्वीकार करता है।
  3. Cytochrome-C (a) – इलेक्ट्रॉनों को एक कॉम्प्लेक्स से दूसरे में ले जाता है।
  4. Cytochrome-C-Oxidase (d) – अंतिम इलेक्ट्रॉन स्वीकर्ता O₂ को इलेक्ट्रॉन देता है और पानी बनता है।
  5. ATP-Synthase (b) – प्रोटॉन ग्रेडिएंट की ऊर्जा से ATP का संश्लेषण करता है।

Atomic Packing Factor (APF) के आधार पर छोटा से बड़ा क्रम:

  1. Diamond Cubic (e) → APF = 0.34
  2. Simple Cubic (a) → APF = 0.52
  3. Body Centred Cubic (d) → APF = 0.68
  4. Face Centred Cubic (c) → APF = 0.74
  5. Hexagonal Close-Packed (b) → APF = 0.74

क्रम होगा: e → a → d → c → b

सही उत्तर: B. e → a → d → c → b

आइए एक-एक करके देखते हैं —

(a) Second → ✅ समय की इकाई है
(b) Parsec → ❌ यह दूरी की इकाई है, समय की नहीं
(c) Year → ✅ समय की इकाई है
(d) Light year → ❌ यह दूरी की इकाई है, समय की नहीं

इसलिए जो समय की इकाई नहीं हैं वे हैं: b और d

✅ सही उत्तर: C. b and d only

सही उत्तर: A. 4 times (4 गुना)

Self-inductance LL किसी भी कॉइल या सोलोनॉइड की वह विशेषता है, जो उसमें करंट बदलने पर एक प्रेरित वोल्टेज उत्पन्न करती है। सोलोनॉइड के लिए यह इस प्रकार निर्भर करती है: L∝n2L \propto n^2

जहाँ nn प्रति इकाई लंबाई पर टर्न्स (फेरों) की संख्या है। इसका मतलब है कि self-inductance टर्न्स की संख्या के वर्ग के सीधे अनुपाती होती है। यदि nn को दोगुना किया जाए, यानी n→2nn \to 2n, तो नया self-inductance होगा: L′∝(2n)2=4n2L’ \propto (2n)^2 = 4n^2

यह स्पष्ट करता है कि L′L’ प्रारंभिक LL से चार गुना होगा। इसलिए, जब प्रति इकाई लंबाई टर्न्स की संख्या दोगुनी की जाती है, तो self-inductance 4 गुना बढ़ जाती है।

सही उत्तर है: C. Area of the plate is increased

समानांतर प्लेट संधारित्र (Parallel Plate Capacitor) की धारिता का सूत्र है – C=εAdC = \frac{\varepsilon A}{d}

यहाँ ε\varepsilon = (डाइलेक्ट्रिक कॉन्स्टैंट × मुक्त अंतरिक्ष की परमिटिविटी), AA = प्लेट का क्षेत्रफल, और dd = प्लेटों के बीच की दूरी है। इस सूत्र से साफ है कि धारिता CC सीधे AA और ε\varepsilon पर निर्भर करती है, जबकि dd के साथ इसका व्युत्क्रम संबंध है।

  • अगर प्लेट का क्षेत्रफल (A) बढ़ाया जाए, तो अधिक चार्ज संग्रहित होगा, इसलिए CC बढ़ेगी। ✅
  • अगर प्लेटों के बीच की दूरी dd बढ़ाई जाए, तो विद्युत क्षेत्र कमजोर होगा और धारिता घटेगी। ❌
  • अगर डाइलेक्ट्रिक कॉन्स्टैंट घटे, तो प्लेटों के बीच चार्ज संग्रहण क्षमता घटेगी, जिससे CC कम होगी। ❌

अतः धारिता बढ़ाने के लिए सबसे प्रभावी तरीका प्लेट का क्षेत्रफल बढ़ाना है।

अतः सही उत्तर है: B. √5

सही उत्तर: A. d > c > a > e > b

धातुओं की विद्युत चालकता का क्रम (उच्च से निम्न) लगभग इस प्रकार है:

Silver (d) > Copper (c) > Aluminium (a) > Iron (e) > Nickel (b)

कारण:

  • चांदी (Silver) — सभी धातुओं में सबसे अधिक विद्युत चालकता (~6.3 × 10⁷ S/m)।
  • तांबा (Copper) — लगभग चांदी जितना अच्छा चालक, सस्ता होने के कारण व्यापक प्रयोग (~5.9 × 10⁷ S/m)।
  • एल्युमिनियम (Aluminium) — हल्का और उचित चालक (~3.5 × 10⁷ S/m)।
  • लोहा (Iron) — चालकता कम (~1.0 × 10⁷ S/m)।
  • निकल (Nickel) — लोहे से भी कम (~1.4 × 10⁷ S/m)।

सही उत्तर: A. Both [As] and [R] are true and [R] is the correct explanation of [As]

यहाँ:

Assertion (As): ठंडे कार्बोनेटेड पेय की बोतल खोलने पर छिद्र के पास हल्का कोहरा बनता है — यह सत्य है।
Reason (R): गैस के रुद्धोष्म (adiabatic) प्रसार से तापमान घटता है और जल वाष्प का संघनन होता है — यह भी सत्य है।

और यह कारण वास्तव में Assertion की सही व्याख्या करता है, क्योंकि बोतल खोलते समय घुले हुए CO₂ गैस तेजी से बाहर निकलती है, रुद्धोष्म प्रसार के कारण तापमान गिरता है, और वातावरण में मौजूद नमी संघनित होकर हल्के कोहरे के रूप में दिखाई देती है।

Matching:
(a) – II
(b) – IV
(c) – I
(d) – III

सही उत्तर: B. a-II, b-IV, c-I, d-III

स्थिर विद्युत विभव वाले क्षेत्र में विद्युत क्षेत्र

चरण 1: विद्युत विभव और विद्युत क्षेत्र का संबंध
विद्युत क्षेत्र EE विद्युत विभव VV के ऋणात्मक प्रवणता (negative gradient) से संबंधित होता है: E=−∇VE = -\nabla V

एक आयाम में यह होगा: E=−dVdrE = -\frac{dV}{dr}

चरण 2: स्थिर विभव वाले क्षेत्र में विद्युत क्षेत्र
यदि किसी क्षेत्र में VV स्थिर है, तो dVdr=0\frac{dV}{dr} = 0 होगा, अतः E=0E = 0।
इसलिए कथन (b) सही है। ✅

चरण 3: स्थिर विभव वाले क्षेत्र में आवेश की उपस्थिति
गाउस के नियम के अनुसार, विद्युत क्षेत्र का संबंध संलग्न आवेश से है। यदि E=0E = 0 है, तो उस क्षेत्र में संलग्न कुल आवेश शून्य होगा।
इसलिए कथन (c) भी सही है। ✅

चरण 4: बाहरी आवेश का प्रभाव
यदि क्षेत्र के बाहर कोई आवेश रखा जाए, तो वह बाहरी क्षेत्र में विद्युत क्षेत्र को प्रभावित करेगा, लेकिन स्थिर विभव वाले क्षेत्र के अंदर विद्युत क्षेत्र शून्य ही रहेगा।
इसलिए कथन (d) गलत है। ❌

निष्कर्ष: सही कथन (b) और (c) हैं।

उत्तर: A. केवल b और c

सही विकल्प: (B) His moment of inertia decreases.

जब कोई प्रतिभाशाली व्यक्ति (या जिमनास्ट) घूमते हुए स्टूल पर अपनी बाँहें नीचे लाता है, तो जो चीज़ें होती हैं:

  1. कोणीय संवेग (angular momentum) संरक्षण: बाहरी टॉर्क नहीं होने पर सिस्टम (व्यक्ति + स्टूल) का L=IωL=I\omega स्थिर रहता है।
  2. बाँहें नीचे लाने से द्रव्यमान अक्ष के पास आ जाता है → प्रणाली का जड़त्वाघन (moment of inertia) II घटता है।
  3. चूँकि LL स्थिर है और II घट रहा है, तो ω\omega (कोणीय वेग) बढ़ेगा ताकि IωI\omega बराबर रहे।

निष्कर्ष: बाँहें नीचे लाने पर उसका जड़त्वाघन घटता है और परिणामस्वरूप उसका कोणीय वेग बढ़ जाता है।

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